Friday, May 30, 2014

सच्ची कहानी

   ये लगभग  पचास साल पहले की बात है  हिमाचल प्रदेश  मैं एक जगह है जिसका नाम शिव वाडी  है वही पास के गाव्  मे  कुछ दोस्त रहते थे  उनमे आपस मैं बहादुरी के उपर  शर्त लगी की कौन रात के समय शिव वाडी  मैं जा सकता है उन सब दोस्तों मैं आपस मैं शर्त लगी की दिन मैं शिव वाडी  के मंदिर के पास एक चीज़ रख कर आएंगे और आपको  रात को वह चीज़ उठा कर लानी है  क्यों की कहा जाता है की रात के समय शिव वादी मैं कोई नहीं  जा सकता क्यों की रात के समय वहा  पर भूतो का डेरा हो जाता है  अच्छा तो वह पर जब दोस्तों मैं आपस मैं शर्त लगी तो उनमे से एक सबसे बहादुर था उसने वह जाने के लिए हाँ  कर दी और रात मे जाने के लिए तैयार होने लगा तैयार होने मैं उसने सबसे पहले अपने घोड़े  को हींग  मल दिया ताकि उसकी सुगंध आती रहे और इसके बाद उसने एक खंजर  भी लिया  कुछ भुने  हुए  चने अपने गमछे मे बांध   लिए  और भगवन भोले नाथ का नाम ले कर ठीक  रात्रि के दूसरे  प्रहर  मे अपने घोड़े पर बैठ कर चल  दिया शिव वाडी की और वैसे तो वह बहुत ही निडर आदमी था  पर डर  सबको लगता है पर वह कुछ तूफानी करना चाहता था इसलिए वह ये शर्त जितने के लिए तैयार हो गया था खैर  वह धीरें  धीरें  चल कर शिव वाडी  मैं पहुँच  गया क्योकि उसके वह तक जाने मैं किसी प्रकार  की कोई परेशानी नही हुए थी इसलिए उसका होसला बड़ा हुआ था वह जाकर वह धीरे से घोड़े से उतरा और उसने वह चीज़ उठा ली जो की वह दिन मैं खुद ही रख कर गए थे खैर उसने वह चीज़ उठा कर अपनी कमर  मे बांध ली और जैसे ही वह वापस मुड़ा  उसके पीछे का सारा दृश्य बदल गया वह पर  लाइट मतलब दीपक जल गए और वहा  पर पुजारी की तरह  दिखने वाले लोग आ गए और उसको कहने लगे की लो  प्रसाद ले  लो  परन्तु उसने कुछ कहा नहीं और सिर्फ अपना फेस हिला कर उनसे प्रसाद ले लिया उसे  वह पर बुलवाने के सारे प्रयास विफल  हो रहे थे तभी वह बाहर  की और निकला तो वहा  पर पूरा बाजार ही लगा हुआ था उस बाजार मैं सभी लोग उसे हर तरह  से अपनी तरफ  से बुलवाने की कोशिश कर रहे थे.…………………।   क्रमश 

Thursday, July 19, 2012

जासूसी बंद थी

ये मेरा दूसरा रूप है 
दोस्तो बहुत दिन से जासूसी बंद थी। अब काम फिर से शुरू कर रहा हूँ।

Tuesday, December 27, 2011

इंडियन जासूस का ब्लॉग जगत में प्रवेश हो गया है

दोस्तो
नमस्कार!
मैं यानि की इंडियन जासूस आज भारतीय समय अनुसार ४ बजे हिंदी ब्लॉग जगत में प्रवेश कर रहा हूँ और समय-समय पर आपके समक्ष कुछ अनोखी सूचनाएं उपलब्ध करवाता रहूँगा.
जय हिंदी
जय जासूसी